उत्तरकाशी- बचाव अभियान का हर अपडेट ले रहे हैं पीएम मोदी, धामी को लगाया फोन
उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। हर दिन लगता है कि आज रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो जाएगा, फिर एक दिन और बढ़ जाता है। इस तरह से आज पूरे 13 दिन हो गए हैं।
इस बीच पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री धामी को फोन कर हालात की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने बताया- आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी सिलक्यारा, उत्तरकाशी टनल में फंसे श्रमिकों को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी प्रतिदिन श्रमिकों का कुशलक्षेम एवं सुरंग में जारी राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ले रहे हैं।
धामी ने आगे कहा- केंद्रीय एजेंसियां, प्रदेश प्रशासन एवं अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीमें सारे विकल्पों पर कार्य कर रही हैं, हम शीघ्र ही श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने में सफल होंगे।
आपको बता दें कि उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीन शुक्रवार शाम 24 घंटे बाद चली, लेकिन 1.5 मीटर आगे बढ़ने के बाद फिर लोहे का अवरोध आने से लक्ष्य से नौ मीटर पहले रुक गई। एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि करीब शाम 6:40 बजे मशीन की राह में फिर लोहे का अवरोध आने से काम रुक गया। अब तक मलबे में करीब 47 मीटर ही पाइप पहुंच पाया है। इस बार भूस्खलन के मलबे में 25 मिमी की सरिया व लोहे के पाइप ड्रिलिंग में बाधा बने हैं। ऑगर मशीन के आगे आई बाधाओं को हटाने का काम शुरू किया जा रहा है। इसमें सात से आठ घंटे का समय लगता है। बरमा निकाल कर आगे आई बाधाओं को एक टीम पाइप में घुसकर गैस कटर से काट रही है।
मैनुअल अभियान चलाया जाएगा- ऑगर ड्रिलिंग मशीन के आगे बार-बार आ रही बाधा के चलते अब मैनुअल अभियान चलाया जाएगा। मैनुअल ड्रिलिंग में समय लग सकता है। इसमें अंदर फंसे मजदूर भी खेवनहार बन सकते हैं। यह विचार कल से ही चल रहा है।
वर्टिकल ड्रिलिंग का सहारा- वहीं उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग का सहारा लिया जाएगा। जल्द ही वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू होगी, इसके लिए रेस्क्यू टीमें सुरंग के ऊपर पहुंच चुकी हैं और मशीनों को भी ऊपर चढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुरंग में फंसे श्रमिकों की सकुशलता के लिए बुधवार से मातली में ही डटे हैं। सरकारी कार्य बाधित न हो, इसके मद्देनजर मातली से ही सीएम का अस्थायी कैंप कार्यालय संचालित हो रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने जरूरी सरकारी फाइलों को देखा और उनका निपटारा किया। साथ ही उन्होंने मातली से अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। शाम को मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा पहुंचकर वहां चल रहे रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण किया और अभियान में जुटी टीम से वार्ता कर आवश्यक जानकारी ली।
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