उत्तराखंड में कुदरत का रौद्र रुप, मलबे के नीचे दबकर मां-बेटी की दर्दनाक मौत
बूढ़ा केदार के तौली गांव में मलबे के नीचे दबने से मां और बेटी की दबने से मौत हो गई। ग्रामीण रातभर बारिश के खौफ के कारण सो नहीं पाए। इसके साथ ही तौली गांव में ही गौशाला में मवेशियों के दबने की सूचना भी सामने आ रही है।
टिहरी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में कुदरत का कहर जारी है। लगाता हो रही बारिश की वजह से पहाड़ से लेकर मैदान तक जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच टिहरी से एक दर्दनाक खबर मिली है। टिहरी जिले में इस वक्त कई नदियां उफान पर हैं, जो काफी नुकसान पहुंचा रही घनसाली के बूढ़ा केदार में बारिश आफत बनकर बरसी है। बूढ़ा केदार के तौली गांव में मलबे के नीचे दबने से मां और बेटी की दबने से मौत हो गई। ग्रामीण रातभर बारिश के खौफ के कारण सो नहीं पाए। इसके साथ ही तौली गांव में ही गौशाला में मवेशियों के दबने की सूचना भी सामने आ रही है।
एसडीएम घनसाली अपूर्वा सिंह ने बताया कि भारी बारिश के चलते तौली गांव में भूस्खलन होने से सरिता देवी (42) पत्नी विरेन्द्र सिंह, उनकी पुत्री अंकिता (15) पुत्री विरेन्द्र सिंह की मलबे में दबने के कारण मौत हो गई है। इसके साथ ही गांव के गंगा सिंह, राजेन्द्र सिंह की गौशाला में छह मवेशी भी दबे हैं। आज भारी बारिश के चलते भिलंगना ब्लॉक के कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
बूढ़ा केदार में ही धर्म गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण बूढ़ा केदार में स्थित बच्चेन्द्र सेमवाल का धर्म धरनी लॉज पूर्ण रूप से बह गया है। जबकि नत्थीलाल का मकान खतरे की जाद में आ गया है। पिंगला दास, सीता देवी व जयप्रकाश राणा की गौशाला बह गई है। जिसमें गाय बैल बहने की सूचना प्राप्त हुई है।
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