समान नागरिक संहिता कानून पर अभी करना होगा थोड़ा इंतजार! आयी ये बड़ी खबर
उत्तराखंड में इस वक्त हर किसी के मन में ये सवाल है कि मुख्यमंत्री धामी कब समान नागरिक संहिता राज्य में लागू करते हैं। लेकिन शायद अभी इस कानून के लिए लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। दरअसल, समान नागरिक संहिता कानून को लेकर धामी ने कहा, इस महीने में यूसीसी की विशेषज्ञ समिति उन्हें ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप देगी।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में इस वक्त हर किसी के मन में ये सवाल है कि मुख्यमंत्री धामी कब समान नागरिक संहिता राज्य में लागू करते हैं। लेकिन शायद अभी इस कानून के लिए लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। दरअसल, समान नागरिक संहिता कानून को लेकर धामी ने कहा, इस महीने में यूसीसी की विशेषज्ञ समिति उन्हें ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंप देगी।
खबर है कि सीएम धामी इस दांव को बाद में चलेंगे। पहले वह भगवान श्रीराम और अयोध्या से राज्य की जनता को कनेक्ट करने वाले है। इसके तहत अधिकारियों के साथ सुबह की ब्रीफिंग बैठक की शुरुआत राम भजन से हो रही है। उत्तराखंड से अयोध्या को सीधे परिवहन सेवा से जोड़ने के लिए उन्होंने हवाई और रेल सेवा का मुद्दा उठाया है। उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और रेल मंत्री को पत्र भी लिख दिया है। राज्य के प्रमुख शहरों से सीधे अयोध्या के लिए रोडवेज बस सेवा भी शुरू होने जा रही है। अयोध्या में राज्य सरकार एक भव्य उत्तराखंड निवास की योजना भी बना चुकी है। इसके लिए सरकार को उत्तर प्रदेश से भूमि आवंटन का इंतजार है।
अयोध्या से होकर बहने वाली सरयू नदी का संबंध भी उत्तराखंड से है। यह बागेश्वर जिले से उत्पन्न होती है और शारदा नदी में विलय होती है और काली नदी के रूप में उत्तर प्रदेश राज्य से गुजरती है। मुख्यमंत्री ने बागेश्वर में होने वाले उत्तरायणी मेले को अयोध्या थीम पर करने के भी निर्देश दिए हैं।
सियासी जानकारों की माने तो समान नागरिक संहिता कानून लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण है। भाजपा इसे भुनाना भी जरुर चाहेगी और 22 जनवरी के बाद उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने की कवायद जोर पकड़ सकती है।
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