उत्तराखंड | तीन जिलों में फटा बादल, कितना हुआ नकुसान, पूरी जानकारी यहां

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उत्तराखंड | तीन जिलों में फटा बादल, कितना हुआ नकुसान, पूरी जानकारी यहां

उत्तराखंड | तीन जिलों में फटा बादल, कितना हुआ नकुसान, पूरी जानकारी यहां

उत्तराखंड से बड़ी ख़बर है। प्रदेश में एक बार फिर कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने की खबर सामने आई है। उत्तराखंड के टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने की खबर सामने आई है।


रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी/टिहरी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड से बड़ी ख़बर है। प्रदेश में एक बार फिर कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने की खबर सामने आई है। उत्तराखंड के टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने की खबर सामने आई है।

नीचे जानें पूरा अपडेट -

  • जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले में अतिवृष्टि ने जमकर कहर बरपाया। उत्तरकाशी जिले के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। चिन्यालीसौड़ प्रखंड के कुमराड़ा गांव के ऊपरी हिस्से में अतिवृष्टि से बरसाती नाले में उफान आने से गांव में अफरा तफरी मच गई। गाजणा क्षेत्र के कमद गांव में भी अतिवृष्टि से घर-दुकानों में पानी घुस गया। बरसाती नाले के तटबंध लांघ कर बरसात का पानी और मलबा घर-दुकानों में घुसा गया। साथ ही गांव के खेतों में भारी मलबा और पानी घुसने से झंगोरा, बीनस आदि की फसल चौपट होगई। प्रधान विनोद पुरसोड़ा, विजेंद्र जयाड़ा आदि ने प्रशासन से गांव में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन कर पीड़ितों को क्षतिपूर्ति की मांग की है।
  • इधर डुंडा प्रखंड के कमद बाजार में भी बारिश के पानी के साथ मलबा सड़क के रास्ते घर दुकानों जा घुसा। ग्रामीणों ने नुकसान की भरपाई करने तथा सड़क किनारे शीघ्र नाली का निर्माण कराने की मांग की है। अतिवृष्टि से लाइन क्षतिग्रस्त होने से बड़कोट नगर में दो घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। इसके अलावा जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश से खेतों में तैयार खड़ी गेहूं, मसूर आदि की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
  • मोरी के ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजपाल रावत ने बताया कि सोमवार को फिताड़ी एवं रेक्चा गांव के सामने खौका नामे तोक में आकाशीय बिजली गिरने से रणवीर सिंह, सिल्ली राम, प्रह्लाद सिंह की करीब 40 भेड़ बकरियां मर गई। उन्होंने जिला प्रशासन को इसकी सूचना देते हुए शीघ्र मौके पर राजस्व विभाग की टीम भेजकर क्षति का आकलन कर पीड़ितों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की है। 
  • जौनुपर विकास खंड के ग्राम पंचायत बांडाचक के कंडाल गांव में अतिवृष्टि से खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। सोमवार शाम पांच बजे जौनपुर क्षेत्र में एकदम तेज बारिश हुई। झीड़खाले में बाढ़ आने से पानी और मलबा खेतों में जा घुसा। गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। थत्यूड़-बांडाचक सड़क पर खड़ी तीन बाइक मलबे में दब गई हैं। थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि मलबे में बाइक दबी है। उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्र के सुनील सजवाण ने शासन-प्रशासन से अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है। 
  • भिलंगना ब्लॉक के सौंप गांव में आजीविका संवर्द्धन के लिए ग्रामीणों के ओर से बनाए गए टैंकों को ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने से चार लाख से अधिक मछलियों के बीज को नुकसान हुआ है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे, इनवर्टर और जेनरेटर सेट भी जल गए हैं। प्रभावितों ने शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
  • समिति के दिनेश बिष्ट और भगत सिंह के अनुसार सोमवार तड़के एक बजे के करीब ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने से टैंकों में मौजूद दो-दो माह के मछली के करीब चार लाख बीज मर गए। इस संबंध में मत्स्य निरीक्षक आमोद नौटियाल ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। विभाग के कर्मियों को गांव भेजा है। पीड़ित काश्तकारों की मदद के लिए आपदा सहित अन्य मद से सहायता देने का प्रयास किया जाएगा। 
  • भेंटी गांव के लोद तोक में आकाशीय बिजली गिरने से अब्बल सिंह फर्स्वाण की दो भैंस, दो बैल और एक गाय मलबे में दब गई। गोशाला भी पूरी तरह नष्ट हो गई है। पूर्ण सिंह की गोशाला को भी काफी नुकसान हुआ है। सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक मोहन सिंह बिष्ट और पशुपालन के कर्मचारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया और नुकसान का जायजा लिया। 
  • अगस्त्यमुनि ब्लॉक के खांकरा, फतेहपुर और जखोली ब्लॉक के कोटली में अतिवृष्टि से कई गांवों में व्यापक नुकसान हुआ। कई आवासीय घरों व गौशालाओं में मलबा घुस गया है। साथ ही कई मकानों को क्षति भी पहुंची हैं। सड़कें व पैदल मार्ग भी जगह-जगह बाधित हो गए हैं।
  • सोमवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के बीच बच्छणस्यूं पट्टी के ग्राम पंचायत खांकरा में ऊपरी जंगल में हुई अतिवृष्टि से चित्रमति नदी उफान पर आ गई। ऐसे में पत्थर व मलबे का सैलाब खांकरा के कई घरों व दुकानों में घुस गया। इस दौरान कई मकानों के आगे पुश्ते भी ध्वस्त हो गए हैं।
  • साथ ही एक ढाबा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उधर, फतेहपुर गांव में भी कई घरों व गौशाला में मलबा घुसा है। भारी मलबे के कारण खांकरा-कांडई-खेड़ाखाल मोटरमार्ग भी फतेहपुर के समीप बाधित हो गया है। इसके अलावा नरकोटा गांव में भी घरों व खेतों में मलबा घुसने से काफी नुकसान की सूचना है। यहां मलबे के कारण बदरीनाथ हाईवे पर अवरुद्ध हो गया है, जिसे एनएच द्वारा मशीनों की मदद से खोल दिया गया है।
  • उधर, जखोली ब्लॉक के कोटली में भी अतिवृष्टि से खेतीबाड़ी को नुकसान की सूचना है। गांव के पैदल रास्ते भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गैरसारी में भी कई घरों में मलबा घुसा है। पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र ममगाईं, प्रदीप मलासी, चंद्रमोहन, मोहित डिमरी आदि ने प्रशासन से क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों को त्वरित मदद देने की मांग की है।
  • नरकोटा और सम्राट होटल के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊपर पहाड़ी पर बादल फटने से अत्यधिक मलबा आ गया था। इस मलबे की चपेट में एक मैक्स वाहन (UK07 R7318) आ गया था, जिसमें कि वाहन चालक सहित कुल 4 लोग सवार थे, जिनको स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया तथा वाहन मलबे के साथ बहकर नदी किनारे चला गया है।

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