अलगाववादियों की भाषा बोल रहे हैं किशोर, देश से मांगे माफी: भसीन
भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश् अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के जम्मू कश्मीर पर दिए बयान पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी भाषा, अलगाववादियो की भाषा है। इसके लिए उपाध्याय व कांग्रेस को देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। भाजपा ने वन्देमातरम पर उपाध्याय के वक्तव्य की भी कड़ी आलोचना की है। अब ख़बरें एक
भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश् अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के जम्मू कश्मीर पर दिए बयान पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी भाषा, अलगाववादियो की भाषा है। इसके लिए उपाध्याय व कांग्रेस को देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। भाजपा ने वन्देमातरम पर उपाध्याय के वक्तव्य की भी कड़ी आलोचना की है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट
भाजपा प्रदेश् मीडिया प्रभारी डॉ देवेन्द्र भसीन ने कांग्रेस प्रदेश् किशोर उपाघ्याय के इस बयान जिसमे उन्होंने कश्मीर के हालात के लिए भाजपा को दोषी ठहराते हुए कश्मीर के भारत से अलग होने की संभावना व्यक्त की पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि यह बयान राष्ट्र विरोधी है और उनके बयान में अलगाववादियो की भाषा है। डॉ भसीन ने मांग की कि किशोर उपाध्याय के बयान पर कांग्रेस व उपाध्याय देश की जनता से माफ़ी मांगे।
भाजपा प्रदेश् मीडिया प्रभारी ने वंदे मातरम पर दिए बयान को भी राष्ट्रीय भावनाओ के विरुद्ध बताया। उन्होंने कहा कि उपाध्याय को पहले वन्देमातरम के इतिहास को पढ़ना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि आजादी से पहले वन्देमातरम 1886 में सबसे पहले गुरुवर टैगोर ने कांग्रेस के अधिवेशन में गाया था और 1937 मे कांग्रेस के अधिवेशन में इस राष्ट्रगीत के रूप मे स्वीकार किया गया। वन्देमातरम के समर्थको में महात्मा गांधी, टैगोर, प. नेहरू, मौलाना आजाद भी शामिल थे। आजादी के आन्दोलन में यह गीत आंदोलन कारियों की प्रेरणा का स्रोत था अंग्रेजी हुकूमत द्वारा प्रतिबंध के बावजूद हजारो आंदोलन कारी इसे गाते गाते जेल गए।
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