मुख्यमंत्री रहते हुए अधूरा रह गया हरीश रावत का ये सपना, साझा किया दर्द
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सत्ता से बेदखल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सत्ता में रहते हुए एक काम न कर पाने का मलाल है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट पूर्व मुख्यमंत्री ने फेसबुक पेज पर इस बात का जिक्र करते हुए लिखा
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सत्ता से बेदखल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को सत्ता में रहते हुए एक काम न कर पाने का मलाल है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट
पूर्व मुख्यमंत्री ने फेसबुक पेज पर इस बात का जिक्र करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद देहरादून स्थित बीजापुर गेस्ट हाउस में जब मैं रहने आया, राज्य भयंकर आपदा से ग्रस्त था। मैंने शपथ ली थी कि, जब-तक आपदा ग्रस्त राज्य की अर्थव्यवस्था व आवागमन को पटरी पर नहीं लाऊंगा और पीड़ितों का पुर्नवास पूर्ण नहीं हो जायेगा। मैं बीजापुर गेस्ट हाउस में ही रहूंगा।
राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी पर आयी, आवागमन पुनः स्थापित हुआ, मगर खतरे से जूझ रहे 350 गांवों का विस्थापन करने का सपना अधूरा रह गया।
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) April 8, 2017
रावत ने आगे लिखा राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी पर आयी, आवागमन पुनः स्थापित हुआ, हजारों लोगों के घर भी बने, मगर खतरे से जूझ रहे 350 गांवों का विस्थापन करने का सपना अधूरा रह गया। उसके साथ मुख्यमंत्री आवास जाने का मेरा भी सपना अधूरा रह गया। खैर मेरा सपना अधूरा रह जाय कोई बात नहीं, वह व्यक्ति का सपना है। गांवों के पुर्नवास की चुनौती को आओ हम सब मिलकर पूरा करें।
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