अब खनन वाले वाहनों का रंग होगा लाल, जानिए क्यों ?
अवैध खनन को लेकर नैनीताल जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपना लिया है। गुरुवार को जिलाधिकारी दीपक रावत ने दाबका एवं कोसी खनन क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान रावत ने कहा कि किसी भी प्रकार का अवैध खनन बर्दाश्त नही किया जायेगा। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट
अवैध खनन को लेकर नैनीताल जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपना लिया है। गुरुवार को जिलाधिकारी दीपक रावत ने दाबका एवं कोसी खनन क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान रावत ने कहा कि किसी भी प्रकार का अवैध खनन बर्दाश्त नही किया जायेगा। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट
उन्होंने कहा कि अवैध खनन से राजस्व की अपार हानि होती है। खनन के जरिये प्रदेश के राजस्व को बढाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर हर भरसक प्रयास किये जायेगे, तथा नई रणनीति के तहत काम किया जायेगा।
रावत ने अधिकारियों से कहा कि दाबका में 15 से 20 ऐसे चोर रास्ते है जिनके जरिये अवैध खनन होता है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन के लिए प्रयोग किये जाने वाले ऐसे चोर रास्तों पर अवरोधक तथा गहरे गड्डे खोदें जांए ताकि खनन चोरी करने वाले लोग इन रास्तो का उपयोग ना कर सके। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष दाबका से 1.15 करोड तथा कोसी से 8.60 करोड का राजस्व प्राप्त हुआ था। उन्होने अधिकारियों से कहा कि वे नदियों मे पडी खनन सामग्री का तत्काल मूल्यांकन कर लें।
वर्तमान मे दोनों नदियों मे प्रचुर मात्रा मे खनन सामग्री उपलब्ध है। खनन कार्य वाले बंजारी गेट प्रथम, द्वितीय, कडियापुल गेट तथा छोई गेट पर अनिवार्य रूप से सीसी टीवी कैमरे लगाये जांए। उन्होने निर्देश दिये कि सभी खनन वाहनों का रंग लाल किया जायेगा। लाल कलर वाले वाहनों को ही खनन हेतु गेट के भीतर प्रवेश दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह अवैध खनन को रोकने के लिए संयुक्त टीम बनाकर निरंतर पेट्रोलिंग करें।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि दाबका के बैंतखेडा में अवैध रूप से खनन क्षेत्र रह रहे श्रमिकों को 48 घन्टों के भीतर हटाने के निर्देश वन अधिकारियों को दिये। उन्होने कहा कि अवैध खनन करने वालों तथा खनिज की चोरी करने वालों की नामजद प्राथमिकी दर्ज की जाए, तथा नियमानुसार जुर्माने के साथ ही कानूनी कार्यवाही भी सम्बन्धित के खिलाफ की जाए।
रावत ने स्पष्ट किया कि जल्द ही जनपद की सभी नदियो मे खनन करने वाले वाहनो को हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट अनिवार्य कर दी जायेगी, ऐसी नम्बर प्लेट वाले वाहनों को ही खनन कार्य के लिए पंजीकृत किया जायेगा।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेन्द्र सिह हृयांकी, उपनिदेशक खनन राजपाल लेघा, क्षेत्रीय प्रबंधक जीसी पंत, एसडीओ के एस विष्ट, डीएलएम एमएस फारूखी, एआरटीओ विमल पाण्डे, तहसीलदार सुन्दर सिह तोमर आदि मौजूद थे।
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