निर्मला गहतोड़ी के नामांकन में नहीं पहुंचे हरदा और प्रीतम, BJP ने साधा निशाना

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निर्मला गहतोड़ी के नामांकन में नहीं पहुंचे हरदा और प्रीतम, BJP ने साधा निशाना

harish rawat pritam singh

चंपावत उपचुनाव पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। भाजपा से जहां खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मैदान में है तो वहीं कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार निर्मला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।


 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) चंपावत उपचुनाव पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। भाजपा से जहां खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मैदान में है तो वहीं कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार निर्मला उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।

बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने नामांकन कराया। लेकिन इससे ज्यादा चर्चा इस बात की रही कि नामांकन में पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व नेता प्रतिपक्ष व विधायक प्रीतम सिंह नहीं पहुंचे।

कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेताओं की गैरमौजूदगी को लेकर सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है और इसे पार्टी की अंदरूनी गुटबंदी से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बीच भाजपा ने दोनों दिग्गजों की गैरमौजूदगी पर चुटकी ली है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस को हालात का पूर्वानुमान हो गया है और एक बार फिर उसकी कलई खुल चुकी है।

प्रीतम बुधवार को देहरादून में थे और शाम को उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात भी की। दोनों दिग्गज नेताओं के चंपावत न जाने पर सियासी हलकों में खूब चर्चाएं रहीं। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि हरीश रावत उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में शामिल होने गए हैं। वह 20 मई के बाद पार्टी प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में जाएंगे।

इस बीच भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी नामांकन में भी दिखी और वरिष्ठ नेता हरीश रावत तथा प्रीतम सिंह ने इस दौरान दूरी बनाए रखी। पार्टी के बड़े नेता बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महज आरोप प्रत्यारोप से काम चला रही है और धरातल से कोसों दूर है। पार्टी मे भगदड़ की स्थिति है। उसके नेता या कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं या कोप भवन मे चले गए हैं। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऐतिहासिक जीत की और बढ़ रहे हैं। चंपावत की जनता में अपार उत्साह है और वह महज एक विधायक नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री को वोट करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चंपावत उप चुनाव में अपनी हालत का पूर्वानुमान है और वह फजीहत को लेकर अब बहाने तलाश रही है। कांग्रेस गुटबाजी से भी ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि चंपावत उपचुनाव का प्रचार जब उठान पर होगा, तब वे प्रचार के लिए जाएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर पार्टी प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी की जमकर तारीफ की। रावत ने लिखा कि उन्हें स्थानीय नेताओं ने 20 मई के बाद प्रचार में आने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वह दो-तीन दिन के प्रचार करने चंपावत जाएंगे। उन्होंने लिखा कि गृहस्थ और सामाजिक जीवन में समन्वय रखते हुए निर्मला गहतोड़ी इस मुकाम तक पहुंची हैं। राज्य में लोकतांत्रिक परंपराएं जीवित रहें, संघर्षशील शक्तियों को आवाज मिल सके और सरकार के ऊपर जनता का अंकुश बना रहे, उसके लिए आवश्यक है कि कांग्रेस को शक्ति मिले। निर्मला की जीत उत्तराखंड की लोकतांत्रिक शक्तियों की जीत होगी। उन्होंने लिखा कि गोलज्यू महाराज, चंपावत की जनता-जनार्दन, मां पूर्णागिरि और मां बाराही से प्रार्थना करता हूं कि निर्मला गहतोड़ी को अपना आशीर्वाद प्रदान करें।

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