उत्तराखंड | वो पहाड़ की बेटी थी, जानिए अंकिता भंडारी केस में अब तक क्या क्या हुआ ?

आपको बताएंगे अंकिता मर्डर केस की पूरी कहानी, इससे पहले आपको बताते हैं कि कैसे एक गरीब परिवार की बेटी अपनी पारिवारिक परिस्थितियों को बदलने के लिए घर से बाहर नौकरी के लिए निकलती है लेकिन उसके सपने साकार हो पाते, इससे पहले ही उसकी हत्या कर दी जाती है।
ऋषिकेश (उत्तराखंड पोस्ट) ऋषिकेश में अंकिता भंडारी की हत्या की खबर से लोगों में आक्रोश है। पुलिस ने रिसार्ट मालिक औऱ उसके साथियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को उत्तराखंड SDRF ने सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चीला नहर से बरामद कर लिया है।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया है और SIT ने मामले की जांच भी शुरु कर दी है।
आपको बताएंगे अंकिता मर्डर केस की पूरी कहानी, इससे पहले आपको बताते हैं कि कैसे एक गरीब परिवार की बेटी अपनी पारिवारिक परिस्थितियों को बदलने के लिए घर से बाहर नौकरी के लिए निकलती है लेकिन उसके सपने साकार हो पाते, इससे पहले ही उसकी हत्या कर दी जाती है।
पौड़ी जिले में ग्राम पंचायत श्रीकोट में राजस्व गांव धूरों स्थित हैं। यहां के निवासी बीरेंद्र सिंह भंडारी व सोनी भंडारी की बेटी थी 19 वर्षीय अंकिता। अंकिता के पिता पहले एक एनजीओ में कार्य करते थे लेकिन कोरोना काल के बाद से वे अपने गांव में ही रह रहे थे और खेती व पशुपालन करते थे जबकि अंकिता की माता आंगनबाड़ी में सेवारत हैं।
अंकिता पढ़ाई में लगनशील, मेहनती व अनुशासित छात्रा थी। इंटरमीडिएट की परीक्षा उसने 88 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण कर देहरादून से एक वर्षीय होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था। वह नौकरी मिलने के बाद बहुत खुश थी। ज्वाइनिंग के दिन वह अपने पिता के साथ गंगा भोगपुर के वनतारा रिजॉर्ट भी गई थी।
वनतारा रिजॉर्ट का मालिक आरोपी पुलकित आर्य है जो कि बीजेपी सरकार में दर्जाप्राप्त राज्यमंत्री रह चुके विनोद आर्य का बेटा है. साथ ही आरोपी अंकित उत्तराखंड में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आयोग के उपाध्यक्ष थे, जिन्हें इस घटना के बाद पद से हटा दिया गया. आरोपी पुलकित के पिता विनोद आर्य का बयान सामने आया है. BJP से निकाले गए नेता विनोद का कहना है कि जिला प्रशासन जांच करे और हम गलत हैं तो करवाई होनी चाहिए.
18 सितंबर को लापता हुई थी लापता
एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई।
गुरुवार 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी।
इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी।
वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा। इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया।
अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिजॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है।
लंबी पूछताछ के बाद पुलकित आर्य, अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता आर्य और सौरभ भास्कर को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या कहा सीएम धामी ने
आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा करवाई भी कल देर रात की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी जी के नेतृत्व में SIT का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि, राज्य में जितने अवैध रिजॉर्ट बने हैं उस पर सभी जिलाधिकारियों को कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। अंकिता हत्याकांड में जिन लोगों का रिजॉर्ट है उसपर भी कार्रवाई हुई है। वहां फॉरेंसिक और कई जांच होनी है इसलिए अभी सील करने की कार्रवाई की गई है।
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