स्टिंग मामला | हरदा बोले- CBI मेरी आवाज टेस्ट करेगी, क्या आपको हंसी नहीं आती ?
मगर प्रश्न आवाज के परीक्षण का नहीं है, आवाज को दबाने का है !! और ये तब आवाज को दबाने की तरफ बढ़ रहे हैं, जब अपनी धन शक्ति और शारीरिक शक्ति की बाध्यता के कारण मैं, गरसैंण भराड़ीसैंण को अंतिम बार नमन कर आया हूं और अल्मोड़ा को भी क्योंकि वहां अच्छा नेतृत्व खड़ा है, उसको भी प्रणाम कर आया हूं।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड के वर्ष 2016 के उत्तराखंड के बहुचर्चित स्टिंग प्रकरण को लेकर सोमवार को सीबीआई कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को नोटिस जारी करते हुए वॉयस सैंपल देने का फैसला सुनाया।
इस मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। हरदा ने कहा कि CBI मेरी Voice (आवाज) टेस्ट करेगी, क्या आपको हंसी नहीं आती ? दो बार मुझसे घंटों बातचीत कर चुके हैं उसकी रिकॉर्डिंग है! कहां मेरा आवाज का वीडियो उपलब्ध नहीं है ?
मगर प्रश्न आवाज के परीक्षण का नहीं है, आवाज को दबाने का है !! और ये तब आवाज को दबाने की तरफ बढ़ रहे हैं, जब अपनी धन शक्ति और शारीरिक शक्ति की बाध्यता के कारण मैं, गरसैंण भराड़ीसैंण को अंतिम बार नमन कर आया हूं और अल्मोड़ा को भी क्योंकि वहां अच्छा नेतृत्व खड़ा है, उसको भी प्रणाम कर आया हूं।
हरीश रावत ने आगे कहा कि मैं एक-एक बार पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर जाऊंगा, क्योंकि वहां भी कुछ पौधे मैंने #रजनीति में रोपे हैं उस धरती को भी अंतिम बार प्रणाम करूंगा। नैनीताल-उधमसिंहनगर ने मुझे कभी अपना समझा ही नहीं लेकिन उसके बावजूद जो है वहां भी राजनीति में जिन लोगों को लाकर के मैंने खड़ा किया, वो आज भी पार्टी की सेवा में सन्नत भाव से संघर्षरत हैं, कुछ को दूसरी पार्टियों से भी लाया, बड़ी उलाहना आज भी पार्टी की सहन करनी पड़ती है, मगर वह लोग पार्टी के लिए सशक्त हैं।
हां, एक बार मेरी भावना जरूर है कि मैं जोशीमठ जाऊं, वहां के संघर्षशील लोगों के साथ एक रात मैं और बिताना चाहता हूं, और वह भी जिस समय वहां भंयकर बारिश हो रही हो उस समय बिताना चाहता हूं, इच्छा है। हरिद्वार के प्रति हां मैं कर्मशील भी हूं, सहनशील भी हूं क्योंकि उन्होंने अभी-अभी कुछ दिन पहले जब घर-गांव के लोगों ने मुझको लालकुआं में नकार दिया तो उन्होंने मेरी बेटी को चुनाव जिताया है, तो हरिद्वार की जनता के दुःख-दर्द में मैं जरूर सम्मिलित हूंगा, तो ऐसे समय में मेरी आवाज को दबाना चाहती है सीबीआई, सत्ता !!
हरीश रावत ने आगे कहा- मगर इतना याद रखें जितना दबाएंगे हरीश रावत उतना ही मुखर होगा, क्योंकि मैं एक सत्य को जीवन में मानकर के चलता हूं और अपने नौजवानों से भी कहना चाहता हूं कि विश्वास वह शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया को भी बसाया जा सकता है, कांग्रेस तो एक हरी-भरी धरती है सिर्फ संघर्ष करिए, संघर्ष ही ये लोकतंत्र की आवाज को दबाने वालों का उत्तर है। जय उत्तराखंड-जय कांग्रेस!!
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