ओडिशा | घटनास्थल से PM मोदी ने इन दो लोगों को लगाया फोन, सामने आई हादसे की वजह!
हादसे की जगह पर पीएम मोदी ने चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की और इस दौरान उन्होंने एकजुट होकर उन्हें काम करने को कहा। पीएम मोदी घटनास्थल पर मोबाइल फोन पर भी बात करते हुए नजर आए। पीएम ने फोन पर कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से सीधे बात की। उन्होंने अधिकारियों से लोगों के अच्छे इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
बालासोर, ओडिशा (उत्तराखंड पोस्ट) ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में 261 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। दोपहर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया। पीएम मोदी ने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया और वहां मौजूद अधिकारियों से बातचीत की।
घटनास्थल से पीएम मोदी ने मंत्री को लगाया फोन
हादसे की जगह पर पीएम मोदी ने चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की और इस दौरान उन्होंने एकजुट होकर उन्हें काम करने को कहा। पीएम मोदी घटनास्थल पर मोबाइल फोन पर भी बात करते हुए नजर आए। पीएम ने फोन पर कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से सीधे बात की। उन्होंने अधिकारियों से लोगों के अच्छे इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
पीएम मोदी ने अधिकारियों को घायलों और उनके परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। घटनास्थल का दौरा करने के बाद पीएम मोदी बालासोर के अस्पताल पहुंचे जहां घायलों को भर्ती कराया गया है। पीएम मोदी को अपने बीच पाकर कुछ घायल यात्री भावुक हो गए और वहीं रोने लगे। पीएम मोदी ने अस्पताल में भर्ती घायलों को ढांढस बंधाया। वो काफी देर तक वहां रुके रहे और डॉक्टरों से घायलों के इलाज की जानकारी भी ली।
सिग्नल समस्या की वजह से हादसा
इस भीषण टक्कर के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. इन सबके बीच हादसे की संयुक्त जांच रिपोर्ट सामने आई है। इस जांच रिपोर्ट में इस भीषण घटना के पीछे सिग्नल से संबंधित गलती सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक बहानगा बाजार स्टेशन पर मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी। इसी बीच चेन्नई से हावड़ा जा रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन पर पहुंची। हर स्टेशन पर दूसरी ट्रेन पास कराने के लिए लूप लाइन होती है। बहानगा बाजार स्टेशन पर अप और डाउन, दो लूप लाइन हैं। किसी भी ट्रेन को लूप लाइन पर तब खड़ा किया जाता है, जब किसी ट्रेन को स्टेशन से पास कराया जाना हो।
बहानगा बाजार स्टेशन पर भी कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस को पास कराने के लिए मालगाड़ी को कॉमन लूप लाइन पर खड़ा कराया गया था। कोरोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से मेन अप लाइन से गुजर रही थी, उस समय डाउन लाइन से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी गुजर रही थी।
बहानगा बाजार स्टेशन पर इन ट्रेन का स्टॉपेज नहीं है, ऐसे में दोनों ही ट्रेन की रफ्तार तेज थी। बहानगा बाजार स्टेशन से गुजर रही कोरोमंडल एक्सप्रेस अचानक पटरी से उतर गई। पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे मालगाड़ी से जा भिड़े। हादसे के समय डाउन लाइन से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पीछे के दो डिब्बे भी पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन नंबर 12864 यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पीछे के दो डिब्बे भी पटरी से उतर गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और तीन डिब्बे छिटककर डाउन लाइन पर चले गए। हादसा भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से करीब 171 किलोमीटर और खड़गपुर रेलवे स्टेशन से करीब 166 किलोमीटर दूर स्थित बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ।
हादसे की जानकारी मिलते ही रेल महकमा एक्शन में आ गया। रेलवे के मुताबिक सूचना मिलते ही एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन के साथ ही एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन मौके की ओर रवाना करने के आदेश दिए गए। खड़गपुर, भद्रक, टाटानगर, संतरागाची, खुर्दारोड और बालासोर स्टेशन से एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन और एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन को मौके की ओर रवाना किया गया। भद्रक से एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन रात के 8.30 बजे ही मौके पर पहुंच गया था।
रेलवे की ओर से हादसे की शिकार हुई ट्रेन में सवार यात्रियों की संख्या को लेकर भी जानकारी दी गई है। रेलवे के मुताबिक कोरोमंडल एक्सप्रेस में 1257 पैसेंजर ने टिकट बुक कराए थे वहीं, यशवंतपुर एक्सप्रेस में 1039 यात्री रिजर्वेशन कराकर यात्रा कर रहे थे।
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