अभी नहीं मिलेगी कोरोना से निजात, फिर आ सकता है पीक, नीति आयोग ने चेताया

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अभी नहीं मिलेगी कोरोना से निजात, फिर आ सकता है पीक, नीति आयोग ने चेताया

अभी नहीं मिलेगी कोरोना से निजात, फिर आ सकता है पीक, नीति आयोग ने चेताया

भारत में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज लाखों नए केस सामने आ रहे और हजारों लोगों की मौत हो रही है।


नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) भारत में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज लाखों नए केस सामने आ रहे और हजारों लोगों की मौत हो रही है।

बीते 24 घंटों में देश में कुल 3 लाख 43 हजार 122 नए मामले दर्ज किए गए हैं। गुरूवार को भी देश में 4 हजार मरीजों ने कोविड-19 के चलते अपनी जान गंवाई।

लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अभी कोरोना से राहत नही मिलने वाली है। सरकार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वायरस कहीं नहीं गया है और पीक के आगे भी आने की आशंका है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने कहा कि कोरोना फिर से खतरनाक रूप में सामने आ सकता है, इसलिए तैयारियों को तेज किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अभी से ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि तीसरी लहर से बेहतर ढंग से निपटा जा सके। क्या सरकार दूसरी लहर की तीव्रता से अंजान थी? इस सवाल के जवाब में डॉ वी.के. पॉल  ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। हम इस मंच से बार-बार चेतावनी देते रहे हैं कि COVID-19 की दूसरी लहर आएगी। हमने यह कहा गया था कि सीरो-पॉजिटिविटी 20 प्रतिशत है, 80 प्रतिशत आबादी अभी भी खतरे में है और वायरस कहीं नहीं गया है। अन्य देशों में भी इसके मामले देखे जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 17 मार्च को ही देश को दूसरी लहर के बारे में अवगत करा दिया था। पीएम ने कहा था कि हमें इससे लड़ना होगा। क्या इस तरह के पीक की उम्मीद थी? इस बारे में नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि चूंकि कोरोना वायरस काफी अप्रत्याशित रहा है, इसलिए यह अंदाजा लगाना संभव नहीं कि पीक का आकार और तीव्रता कितनी ज्यादा होगी। 

उन्होंने आगे कहा कि हमारा मकसद दहशत फैलाना नहीं है, लेकिन हकीकत यही है कि वायरस कहीं गया नहीं है। इसलिए पीक दोबारा आ सकती है और हमें इसी के मद्देनजर तैयारी करनी होगी। हमें राज्यों के सहयोग से देश स्तर पर तैयारी करनी चाहिए। हमें बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना होगा और महामारी की रोकथाम के उपायों को लागू करना होगा। डॉक्टर पॉल ने कहा कि यह बीमारी की प्रकृति है कि वो अंततः गांवों में जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की गंभीरता को समझते हुए हमें सभी नियमों का पालन करना चाहिए।

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