कुंभ में कोविड टेस्ट फर्जीवाड़े पर बोले CM तीरथ- मेरे समय का नहीं है मामला

इस फर्जीवाड़े को लेकर सीएम तीरथ सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह मामला उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को देहरादून में पत्रकारों से कहा कि फर्जी टेस्ट का मामला उनके समय का नहीं है वह तो मार्च में मुख्यमंत्री बने थे।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) हरिद्वार कुंभ में फर्जी कोविड टेस्ट के मामले में पुलिस ने एक फर्म समेत दो प्राइवेट लैब के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हरिद्वार के सीएमओ की शिकायत पर मैक्स कॉर्पोरेट सर्विस, दो दिल्ली की लालचंदानी और हिसार की नालवा लैब के खिलाफ धोखाधड़ी, आपदा एक्ट, क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी जैसी अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अब इस फर्जीवाड़े को लेकर सीएम तीरथ सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह मामला उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को देहरादून में पत्रकारों से कहा कि फर्जी टेस्ट का मामला उनके समय का नहीं है वह तो मार्च में मुख्यमंत्री बने थे। CM ने कहा कि जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे एक बात तो साफ हो गई है कि सरकार हरिद्वार में कोरोना टेस्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही सीएम तीरथ सिंह रावत के बयान से साफ होता है कि उन्होंने पूर्व सरकार का मामला बताकर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। लेकिन यह साफ है कि सरकार इस मामले पर गंभीरता से जांच करा रही है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फर्जी टेस्ट मामले पर एसआईटी की जांच करने की मांग की है। पूर्व सीएम का कहना है कि मामला सिर्फ पैसों की धोखाधड़ी से नहीं जुड़ा है बल्कि इन लोगों की सेहत से ही जुड़ा है। गौरतलब है इस मामले में आरोपी फॉर्म का करीब 3 करोड रुपए का भुगतान रोक दिया गया है।
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