उत्तराखंड | एक गलती और उफनते नाले में पलटी यात्रियों से भरी बस, ऐसे बची जान

ताजा मामला नैनीताल जिले के रामनगर से सामने आया है, यहां पर एक यात्रियों से भरी बस उफनते नाले में पलट गई। बस चालक ने बरसाती नाले के उफान में पहले तो तेज रफ्तार में गाड़ी उतार दी लेकिन वह पानी के तेज बहाव में बस को कंट्रोल नहीं कर पाया और बस बहने के बाद पलट गई।
रामनगर (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में भारी बारिश के दौर के बीच नदी नाले उफान पर हैं। इस दौरान लोगों से अपील की जा रही है कि उफनते नालों को पार करने की कोशिश न करें और अपनी जान को खतरे में न डालें लेकिन इसके बाद भी सामने आ रही तस्वीरें चौंकाने वाली हैं।
ताजा मामला नैनीताल जिले के रामनगर से सामने आया है, यहां पर एक यात्रियों से भरी बस उफनते नाले में पलट गई। बस चालक ने बरसाती नाले के उफान में पहले तो तेज रफ्तार में गाड़ी उतार दी लेकिन वह पानी के तेज बहाव में बस को कंट्रोल नहीं कर पाया और बस बहने के बाद पलट गई।
बस के पलटते ही वहां चीख-पुकार मच गई। ये पूरा वाक्या कैमरे में कैद हो गया। एक शख्स वहां का वीडियो बना रहा था तभी वीडियो में एक यात्री बस उफनते नाले को पार करते हुए नजर आती है, जो नाले को पार भी कर लेती है लेकिन उसके पीछे तेजी से आ रही दूसरी यात्री बस नदी के बहाव में बह कर पलट जाती है।
बस के पलटते ही यात्रियों में चीख पुकार मच जाती है औऱ वहां मौजूद लोग उनको बचाने के लिए दौड़ बड़ते हैं, बस में फंसे कुछ यात्री खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश करते हुए भी वीडियो में नजर आते हैं। हालांकि बस में सवार कुल 11 यात्रियों को मौजूद लोग सफलतापूर्वक बाहर निकाल लेते हैं और कोई अनहोनी होने से बच जाती है।
दरअसल केएमओयू की एक बस भिकियासैंण से रामनगर की ओर आ रहे थी। शाम के 5 बजे यह बस धनगढ़ी नाला पार कर रही थी जिस पर पानी का बहाव तेज था। अचानक तेज बहाव होने के कारण बस पलट गई और कुछ दूर तक बहने लगी। बस पलटने के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और स्थानीय लोग एवं जेसीबी मशीन पर तैनात कर्मचारी तुरंत ही लोगों के रेस्क्यू के लिए भागे और लोगों की जान बचाई।
दो जेसीबी मशीनों के सहारे लोगों को बस के अंदर से निकाला गया। बस में महिलाएं पुरुष एवं छोटे बच्चे भी शामिल थे जिनको सकुशल बाहर निकाल दिया गया है। हादसे के बाद दोनों और जाम लग गया था। । बस को हटाने के बाद यातायात वापस से चालू कर दिया।
आपको बता दें कि यहां पर पुल का निर्माण तो शुरू हो गया था मगर ऊंचाई कम होने की वजह से मामला फंसा हुआ है। नवंबर 2020 में पुल का काम शुरू हुआ था मगर ढाई वर्ष के बाद भी यह कोई अभी तक आकार नहीं ले पाया है।
यह धनगढ़ी नाला और कुमाऊं के पौड़ी, चमोली, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों को जोड़ता है। बरसात के दिनों में यह नाला विकराल रूप ले लेता है और इस पर पुल ना होने की वजह से प्रत्येक वर्ष अनेक लोगों के बहने और अन्य दुर्घटनाएं सामने आती हैं। उम्मीद करते हैं जल्द पुल निर्माण होगा औऱ लोगों को राहत मिलेगी।
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