उत्तरकाशी में महापंचायत पर बड़ी ख़बर, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

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उत्तरकाशी में महापंचायत पर बड़ी ख़बर, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

Purola

इस बीच उत्तरकाशी से अपडेट है कि जिला प्रशासन ने महापंचायत करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। एसपी यदुवंशी ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जायेगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है।


 

उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में लव जिहाद को लेकर संग्राम मचा हुआ है। उत्तराखंड में हर किसी की जुबां पर लव जिहाद की ही चर्चा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपनी कार्यक्रमों में लव जिहाद के साथ लैंड जिहाद पर बयान देते हुए नजर आ रहे हैं और इनसे सख्ती से निपटने की बात कर रहे हैं।

इस बीच उत्तरकाशी से अपडेट है कि जिला प्रशासन ने महापंचायत करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। एसपी यदुवंशी ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जायेगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है।

वहीं पुरोला में महापंचायत को लेकर प्रधान संगठन पुरोला ने बीते सोमवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर महापंचायत करने की सूचना एसडीएम पुरोला को दी थी। वहीं अब ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष अंकित रावत ने आज  मंगलवार को एसडीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि महापंचायत को लेकर प्रधान संगठन किसी प्रकार की अगुवाई नहीं करेगा। ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्रीय हित में वह जनता के साथ हैं। साथ ही महापंचायत में अगर कोई कानून का उल्लंघन होता है। तो उसमें उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी। प्रधान संगठन का अभद्रता करने वालों से कोई नाता नहीं रहेगा। कानून का उल्लंघन करने वाले की स्वयं की जिम्मेदारी होगी।

वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने पुरोला में महापंचायत की सूचना ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को दी है। वहीं जिला मुख्यालय में भी हिन्दू परिषद के नेताओं का आने की संभावना है। जिसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है। एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि महापंचायत को लेकर किसी भी संगठन को अनुमति नहीं दी जायेगी। अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जाएगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है।

एसपी ने कहा की जो भी महापंचायत करने की कोशिश करेगा। उसके खिलाफ सख्त कानूनी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं भविष्य ने उस संगठन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा।

क्या है मामला ?

दरअसल, उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 26 मई को एक मुस्लिम समेत दो युवकों ने एक स्थानीय हिंदू दुकानदार की नाबालिग बेटी के अपहरण की कथित तौर पर कोशिश की थी।  हालांकि, कुछ स्थानीय युवकों ने नाबालिग को बचा लिया। इसके बाद पुरोला समेत आसपास के इलाकों में जनाक्रोश फूटा और देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ पुरोला में प्रदर्शन शुरू हो गए। पुरोला के अलावा बड़कोट, चिन्यालीसौड़ और भटवारी में भी ऐसे ही विरोध प्रदर्शन हुए।

15 जून को महापंचायत के पोस्टर

पुरोला में विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पोस्टर भी लगाए गए। ये पोस्टर देवभूमि रक्षा अभियान के तहत लगाए गए। इन पोस्टरों में लिखा था, 'लव जिहादियों को सूचित किया जाता है, 15 जून 2023 को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें, अगर ऐसा नहीं किया जाता तो वह वक्त पर निर्भर करेगा'।

महापंचायत पर रोक लगाने की मांग

महापंचायत की घोषणा किए जाने के बाद अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इसे लेकर ट्वीट किया है। ओवैसी ने कहा कि 15 जून को होने वाली महापंचायत पर तुरंत रोक लगाई जाए। वहां रह रहे लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए। वहां से पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का इंतज़ाम किया जाए। भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन क़ायम हो।

ADG लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेसन ने कहा, हाल ही में उत्तरकाशी, विकास नगर समेत अन्य क्षेत्रों में अंतर-समुदाय के लोगों के पलायन करने की घटनाएं हुई हैं, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। इसमें FIR दर्ज की गई हैं। शांति स्थापित करने के लिए पुलिस अपना कर्तव्य सर्वोपरि निभा रही है, जो भी कानून तोड़ेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इस मामले में जांच जारी है।

लव जिहाद पर धामी सरकार सख्त

उत्तराखंड में पिछले तीन महीने में लव जिहाद के 46 केस सामने आए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबालिग हिंदू लड़कियों के कथित अपहरण और अंतर-धार्मिक शादियों को साजिश बताते हुए पुलिस अधिकारियों से लव जिहाद के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा, उत्तराखंड में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहते हैं, लेकिन राज्य में लव जिहाद जैसी चीजों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एक साजिश के तहत इस तरह के अपराध किए जा रहे हैं लेकिन अब लोग इस तरह के अपराध के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य में हाल ही में सामने आई 'लव जिहाद' की घटनाओं के संबंध में उठाए गए कदमों पर फीडबैक लेने के लिए यहां पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। धामी ने कहा, "लव जिहाद को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, यही कारण है कि पिछले दो या तीन महीनों में इस तरह की घटनाएं अधिक सामने आई हैं, इसका एक कारण धर्मांतरण विरोधी कानून है।

 

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