देवभूमि में लव जिहाद पर क्यों मचा बवाल? कहां से हुई शुरुआत, पूरी कहानी जानिए

  1. Home
  2. Uttarakhand
  3. Uttarkashi

देवभूमि में लव जिहाद पर क्यों मचा बवाल? कहां से हुई शुरुआत, पूरी कहानी जानिए

Uttarkshi

आखिर एकाएक उत्तराखंड में इतनी तेजी से लव जिहाद की चर्चा क्यों होने लगी? कहां इस पर सबसे पहले बवाल मचा, जिसके बाद बाकी स्थानों से भी इसके खिलाफ मुखर आवाज उठने लगी है। आईए आपको बताते हैं।


 

उत्तरकाशी (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में लव जिहाद को लेकर संग्राम मचा हुआ है। उत्तराखंड में हर किसी की जुबां पर लव जिहाद की ही चर्चा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपनी कार्यक्रमों में लव जिहाद के साथ लैंड जिहाद पर बयान देते हुए नजर आ रहे हैं और इनसे सख्ती से निपटने की बात कर रहे हैं।

आखिर एकाएक उत्तराखंड में इतनी तेजी से लव जिहाद की चर्चा क्यों होने लगी? कहां इस पर सबसे पहले बवाल मचा, जिसके बाद बाकी स्थानों से भी इसके खिलाफ मुखर आवाज उठने लगी है। आईए आपको बताते हैं।

उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी जहां पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम स्थित हैं, इस जिले में एक इलाका है पुरोला। यहां पर एक नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में बवाल मचा है। हिंदू संगठन पुरोला में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे ही प्रदर्शन बड़कोट, चिन्यालीसौड़ और भटवारी में हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पोस्टर लगाए हैं, इन पोस्टरों में दुकान खाली करने की धमकी दी गई है। इस सबके बीच इन इलाकों से कुछ मुस्लिम दुकानदारों के पलायन की भी खबर है। हालांकि, पुलिस ने दुकानदारों के उत्तरकाशी छोड़ने की खबरों का खंडन किया है। इतना ही नहीं पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।

कैसे हुई शुरुआत?

दरअसल, उत्तरकाशी जिले के पुरोला में 26 मई को एक मुस्लिम समेत दो युवकों ने एक स्थानीय हिंदू दुकानदार की नाबालिग बेटी के अपहरण की कथित तौर पर कोशिश की थी।  हालांकि, कुछ स्थानीय युवकों ने नाबालिग को बचा लिया। इसके बाद पुरोला समेत आसपास के इलाकों में जनाक्रोश फूटा और देखते ही देखते मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ पुरोला में प्रदर्शन शुरू हो गए। पुरोला के अलावा बड़कोट, चिन्यालीसौड़ और भटवारी में भी ऐसे ही विरोध प्रदर्शन हुए।

15 जून को महापंचायत के पोस्टर

पुरोला में विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों पर पोस्टर भी लगाए गए। ये पोस्टर देवभूमि रक्षा अभियान के तहत लगाए गए। इन पोस्टरों में लिखा था, 'लव जिहादियों को सूचित किया जाता है, 15 जून 2023 को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें, अगर ऐसा नहीं किया जाता तो वह वक्त पर निर्भर करेगा'।

इसके बाद से ही उत्तराखंड पुलिस द्वारा शांति बैठको के द्वारा दोनों समुदाय के बीच गतिरोध दूर करने का प्रयास किया जा रहा है, और शांति व्यवस्था के लिए पुरोला में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।


ADG लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेसन ने कहा, हाल ही में उत्तरकाशी, विकास नगर समेत अन्य क्षेत्रों में अंतर-समुदाय के लोगों के पलायन करने की घटनाएं हुई हैं, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। इसमें FIR दर्ज की गई हैं। शांति स्थापित करने के लिए पुलिस अपना कर्तव्य सर्वोपरि निभा रही है, जो भी कानून तोड़ेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, इस मामले में जांच जारी है।

लव जिहाद पर धामी सरकार सख्त

उत्तराखंड में पिछले तीन महीने में लव जिहाद के 46 केस सामने आए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबालिग हिंदू लड़कियों के कथित अपहरण और अंतर-धार्मिक शादियों को साजिश बताते हुए पुलिस अधिकारियों से लव जिहाद के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा, उत्तराखंड में विभिन्न धर्मों के लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहते हैं, लेकिन राज्य में लव जिहाद जैसी चीजों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एक साजिश के तहत इस तरह के अपराध किए जा रहे हैं लेकिन अब लोग इस तरह के अपराध के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य में हाल ही में सामने आई 'लव जिहाद' की घटनाओं के संबंध में उठाए गए कदमों पर फीडबैक लेने के लिए यहां पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। धामी ने कहा, "लव जिहाद को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, यही कारण है कि पिछले दो या तीन महीनों में इस तरह की घटनाएं अधिक सामने आई हैं, इसका एक कारण धर्मांतरण विरोधी कानून है।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे

News Hub