सरकार ने एसिड अटैक पीड़ित कविता का मानदेय बंद किया
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड सरकार की ब्रांड एंबेसडर कविता बिष्ट का मानदेय बंद कर दिया गया है । कविता को प्रतिमाह 13,500 रुपये बतौर पारिश्रमिक दिया जाता था। मई 2018 में शासन स्तर पर हुई में बैठक में मानदेय बंद करने का निर्णय लिए गया जिसके बाबत कविता
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड सरकार की ब्रांड एंबेसडर कविता बिष्ट का मानदेय बंद कर दिया गया है । कविता को प्रतिमाह 13,500 रुपये बतौर पारिश्रमिक दिया जाता था। मई 2018 में शासन स्तर पर हुई में बैठक में मानदेय बंद करने का निर्णय लिए गया जिसके बाबत कविता को सरकार द्वारा एक मेल जारी किया गया है। ये भी पढ़ें- जल्द निपटा लें अपने बैंक के जरूरी काम, इन चार दिन बंद रहेंगे बैंक
आपको बता दें कि हल्द्वानी के आवास विकास इलाके में अपनी मां के साथ रहने वाली कविता बिष्ट आज से करीब 10 साल पहले एसिड अटैक का शिकार हुई थी। उस समय कविता अपने घर का खर्च उठाने के लिए दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम करती थी। इस घटना में कविता के आंखों की रोशनी चली गयी थी। ये भी पढ़ें- उत्तराखंड क्रिकेट टीम में शामिल होने का मौका, 26 को यहां होगा ट्रायल
तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने कविता को न सिर्फ उत्तराखंड का ब्रांड अम्बेस्डर बनाया था बल्कि उन्हें निर्भया सेल में बतौर अनुसेवक तैनाती दी गई। निर्भया सेल में कविता को साढ़े सात हजार रुपये मानदेय दिया जाता है और सरकार की तरफ से प्रतिमाह 13,500 रुपये दिया जाता था। अब सरकार ने 13, 500 रुपए का मानदेय अचानक से बंद कर दिया है। कविता का कहना है कि इसकी जानकारी उन्बाहें मेल द्वारा मिली, हालाँकि मानदेय किस कारण से बंद किया गया इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं है। देखिए वीडियो- कार चलाते हुए कर रहे थे Facebook LIVE, खाई में गिरी कार
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