CM रावत पर बरसे किशोर, कहा- याद रखें, कार्यकर्ताओं की बदौलत है कुर्सी

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CM रावत पर बरसे किशोर, कहा- याद रखें, कार्यकर्ताओं की बदौलत है कुर्सी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। उत्तराखंड में मुश्किल वक्त में हरीश रावत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे कांग्रेस प्रदेश अध्य़क्ष किशोर उपाध्याय का भी लगता है हरीश रावत से मोह भंग हो गया है। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के सम्मान के बहाने


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। उत्तराखंड में मुश्किल वक्त में हरीश रावत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे कांग्रेस प्रदेश अध्य़क्ष किशोर उपाध्याय का भी लगता है हरीश रावत से मोह भंग हो गया है। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के सम्मान के बहाने पहले मुख्यमंत्री को चिट्ठी बम के बहाने घेरने वाले उपाध्याय ने अब हरीश रावत पर खुलकर निशाना साधा है।

कार्यकर्ताओं के बदौलत है कुर्सी | उपाध्याय ने हरीश रावत और सरकार में शामिल मंत्रियों को नसीहत देते हुए कहा कि उत्तराखंड कैबिनेट के मंत्री हों या फिर खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत, सभी को समझना चाहिए की पार्टी कार्यकर्ताओं की बदौलत ही उनकी कुर्सी है।  (पढ़ें-…तो क्या लाल बत्ती से ही बढ़ेगा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल ?)

सिर्फ 5 साल के लिए है कुर्सी | किशोर ने मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी सरकार बनने के बाद भूल जाते हैं कि यह सिर्फ 5 साल के लिए ही है। (पढ़ें-भ्रष्टाचार के मामलों पर किशोर ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल !)

बदल जाता है स्वभाव | उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार केंद्र की हो या राज्य की, सरकार बनने के बाद उसका स्वभाव बदल ही जाता है। जाहिर है किशोर का ईशारा फिर एक बार हरीश रावत ही थे। (पढ़ें-मंत्रिमंडल विस्तार में गढ़वाल के विधायकों की होगी बल्ले-बल्ले)

तो हम 44 पर नहीं होता | किशोर ने कहा कि हमारे मंत्री, विधायक और बाकी शासन-सत्ता से जुड़े लोग जो हैं वो संगठन की उपेक्षा करने लग जाते हैं। अगर ये स्थिति नहीं होती तो दिल्ली में हम (कांग्रेस) 44 पर नहीं आते।

कार्यकर्ताओं का मिले सम्मान | प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आदे कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलना चाहिए ताकि फिर से ऐसी स्थिति उत्तराखंड में पैदा ना हो। (पढ़ें-सामने आया किशोर का दर्द, कहा- कार्यकर्ताओं को नहीं मिल रहा सम्मान)

आखिर क्यों नाराज हैं किशोर ? | राज्यसभा टिकट ना मिलने के बाद से ही किशोर उपाध्याय की मुख्यमंत्री हरीश रावत से नाराज सार्वजनिक मंचों पर दिखाई देने लगी है। दरअसल किशोर उपाध्याय उत्तराखंड में खाली हुई राज्यसभा सीट से टिकट मिलने की आस में थे और उन्हें उम्मीद थी कि हरीश रावत उनके नाम की पैरवी करेंगे लेकिन आखिरि वक्त पर राज्यसभा की टिकट हरीश रावत के खास माने जाने वाले पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा को मिल गया, जिसके बाद से ही किशोर मुख्यमंत्री हरीश रावत से खफा नजर आ रहे हैं।

चिट्ठी के बहाने साधा निशाना | इससे पहले किशोर उपाध्याय ने लाल बत्ती के मसले पर अपनी नाराजगी जताते हुए हरीश रावत को पत्र लिखा था। पत्र में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के सम्मान के बहाने किशोर ने रावत पर निशाना साधा था और अब मीडिया के माध्यम से खुलेआम किशोर ने हरीश रावत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें नहीसत दी है।

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